
एक रूटीन वार्षिक जांच से स्टेज 3 प्रोस्टेट कैंसर के आक्रामक रूप का निदान हुआ। इस लेख में एक प्रोस्टेट कैंसर उत्तरजीवी (सर्वाइवर) निदान, उपचार और उसके बाद के 5 साल के अपने अनुभव साझा करते हैं।
मुझे प्रोस्टेट कैंसर का निदान 50 साल के होते ही मिला।
एक नियमित वार्षिक मेडिकल चेकअप से पता चला कि मेरा पीएसए (प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन) 9 है - सामान्य रेंज 0-4 है। मैं अन्यथा काफी स्वस्थ था, मेरे वार्षिक जांच में कोई अन्य चिंताजनक संकेत नहीं थे। मेरी जीवन शैली बहुत सक्रिय थी, और इस में नियमित जिम / खेल और योग मौजूद थे। मेरा आहार आमतौर पर बहुत स्वस्थ था, मैं मुख्य रूप से शाकाहारी था पर कभी-कभी मछली या चिकन (लाल मांस नहीं) लेता था। मैंने अपने पूरे जीवन में धूम्रपान कभी नहीं करा था, और बस कभी-कभी सामाजिक अवसरों पर एक या दो गिलास वाइन ले लेता था।
लक्षण : बिल्कुल कोई लक्षण नहीं थे
प्रारंभिक प्रतिक्रिया: पूर्ण अविश्वास, बुरी तरह से झटका लगना - मेरे साथ ऐसा कैसे हो सकता है जब मेरी जीवन शैली इतनी स्वस्थ है और मुझ कोई भी लक्षण नहीं हैं?
निदान और उपचार
मैं सिंगापुर/ विदेश में रहता हूँ, और मुझे वहां प्रोस्टेट कैंसर का निदान मिला था। निदान की पुष्टि करने के लिए पीएसए रीडिंग के बाद मैंने भारत में अन्य टेस्ट और बायोप्सी करवाए - मैं भारत एक व्यक्तिगत यात्रा पर गया था। इस प्रक्रिया के दौरान, स्थिति को स्वीकार करने की कोशिश में मेरे कई दिन तनाव में और बिना नींद के गुज़रे। भारत में कैंसर विशेषज्ञ ने बिल्कुल स्पष्ट रूप से बताया कि मुझे प्रोस्टेट सर्जरी (प्रोस्टेटेक्टोमी) की आवश्यकता थी और उन्होंने सुझाव दिया कि मैं सिंगापुर में रोबोटिक सर्जरी करवाऊं। उनके अनुसार, सिंगापुर में सर्जरी करने के लिए अनुभवी सर्जनों के साथ नवीनतम दा विंची रोबोट उपलब्ध था।
सिंगापुर में एक मित्र ने मुझे एक सर्जन को रेफेर किया, और सर्जन ने कुछ अन्य परीक्षण किए और फिर पुष्टि करी कि रोबोटिक सर्जरी सबसे उत्तम विकल्प है। इस दौरान भी कोई लक्षण नहीं दिखे। प्रारंभिक निदान के लगभग 3 सप्ताह बाद सर्जरी की गई, यह प्रक्रिया लगभग 2-2.5 घंटे तक चली। मैं सर्जरी के बाद 2 दिन अस्पताल में रहा और 4-5 दिनों के लिए छुट्टी पर घर पर रहा।
सर्जरी के बाद: सर्जरी के बाद लैब रिपोर्ट से पता चला कि यह स्टेज 3 प्रोस्टेट कैंसर था और 9 का ग्लीसन स्कोर था। सर्जन ने दो साल की अवधि के लिए हार्मोन थेरेपी लेने की सलाह दी - इसमें कुछ महीनों के लिए दैनिक मौखिक दवाएं और फिर हर 3 महीने में पेट में एक इंजेक्शन शामिल था। मैंने यह तुरंत शुरू कर दिया। मैंने कुछ अन्य कैंसर विशेषज्ञों से सलाह करी थी और उन्होंने कहा कि 'आक्रामक' कैंसर का मुकाबला करने के लिए सर्जरी के बाद रेडिएशन (विकिरण चिकित्सा) करवाना चाहिए। मैं रेडिएशन नहीं करवाना चाहता था और मेरा ऑपरेशन करने वाले सर्जन भी रेडिएशन के सुझाव से सहमत नहीं थे। उन्होंने कहा कि मेरे केस में यह अनावश्यक है। यह पूरा समय अनिश्चितता से भरा था - मेरे दिमाग में लगातार विभिन्न विकल्प घूम रहे हे - पर फिर मैंने फैसला किया कि मैंने सिर्फ हार्मोन थेरेपी लूँगा और रेडिएशन थेरेपी नहीं करवाऊंगा।
साइड-इफ़ेक्ट (दुष्प्रभाव) : कैंसर के कारण बोन मिनरल डेंसिटी (अस्थि खनिज घनत्व, बीएमडी) के साथ-साथ विटामिन डी का स्तर भी कम हो गया था, इसलिए मैंने प्रतिदिन कैल्शियम/ विटामिन सप्लीमेंट लेना शुरू करा। सर्जन ने जितनी जल्दी हो सके चलना-फिरना शुरू करने की सिफारिश की, और कहा कि मैं अपनी क्षमता के हिसाब से चलने की गति और दूरी बढ़ाता रहूँ।
मुझे यह भी पता चला कि रोबोटिक प्रोस्टेटेक्टॉमी के बाद इन्गुइनल (वंक्षण) हर्निया होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए भारी वजन या बैग उठाने से बचना होगा क्योंकि प्रक्रिया के बाद पेल्विक एरिया (श्रोणि का क्षेत्र) काफी कमजोर हो जाता है।
सर्जरी के बाद का कामकाजी जीवन: मैं सर्जरी के एक हफ्ते के भीतर काम पर वापस लौट गया। मैंने अपनी कंपनी को इस निदान के बारे में नहीं बताने का फैसला किया, क्योंकि मुझ लगा कि इस से मेरा करियर पर बुरा असर होगा। सौभाग्य से, कॉर्पोरेट बीमा कंपनी ऐसे मामलों में सीधे कर्मचारी के साथ बात करती है - कंपनी एचआर के माध्यम से जाने की आवश्यकता नहीं होती है। मुझे काम पर वापस जाने में कोई समस्या नहीं हुई, और सर्जरी के कुछ महीनों के भीतर ही मैं बिज़नस के लिए यात्रा करने में सक्षम था।
जीवनशैली में बदलाव: हार्मोन थेरेपी के दो साल बिना किसी समस्या के बीत गए। मैंने नियमित सैर और योग जारी रखा और अपने आहार से जितना हो सके प्रोसेस्ड फ़ूड को काटने की कोशिश की। समय के साथ, मैंने हड्डियों की मजबूती के लिए सीढ़ियों पर चढ़ना और वजन प्रशिक्षण को भी अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया।
अन्य खुलासा: मैं अपने निजी मामले दूसरों के साथ बांटना पसंद नहीं करता, इसलिए मैंने इस निदान के बारे में सिर्फ अपने करीब के परिवार को बताया, अन्य रिश्तेदारों और दोस्तों को नहीं। मैं इस विषय पर दूसरों के साथ अनावश्यक चर्चा से बचना चाहता हूँ।
वर्तमान की स्थिति: निदान हुए अब 5 साल से अधिक समय हो गया है, और मेरी पीएसए रीडिंग बिलकुल ठीक है। शुरू में मुझे पीएसए टेस्ट मासिक/त्रैमासिक करवाना होता था पर सर्जन ने उसे अब हर 9 महीने के बाद करवाने को कहा है।
सीखे गए सबक: मेरा मानना है कि 40 की उम्र पार करने के बाद वार्षिक चिकित्सा जांच अनिवार्य है ताकि समस्याओं का बढ़ने से पहले पता चल जाए। कई उपचार संबंधी सुझाव मिलने से कन्फ्यूज़न हो सकता है, और ऐसे में अपनी मेडिकल टीम पर भरोसा करने से मदद मिलती है।
अनुरोध पर गुमनाम